December 6, 2025

बलौदाबाजार जिले के युक्तियुक्तकरण में भारी अनियमितताएँ: जिला कांग्रेस कमेटी ने की जांच और निलंबन की मांग।

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बलौदाबाजार । सिद्धार्थ न्यूज/नीलकांत खटकर/17 जुलाई 2025– बलौदाबाजार जिले में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर दीपक सोनी से तत्काल जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुमित्रा घृतलहरे ने प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ कांग्रेसी दिनेश यदू, कालिद्री वर्मा,विक्रम पटेल,समीर अग्रवाल,राजा तिवारी, आर्यन शुक्ला तरुण, खटकर ,प्रवीण सेन के साथ आज कलेक्टर से मुलाकात कर युक्तियुक्तकरण में स्थानांतरित जिला शिक्षा अधिकारी पर मनमानी और धांधली का आरोप लगाया है जिलाध्यक्ष ने पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) हिमांशु भारती को स्थानांतरण को गलत ठहराते हुए निलंबित करने की मांग की। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जिला कांग्रेस कमेटी ने दावा किया है कि युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर नियमों का उल्लंघन किया गया है, जिससे शिक्षकों और छात्रों दोनों को परेशानी हो रही है। उनके अनुसार, यह प्रक्रिया न केवल अपारदर्शी रही है, बल्कि इसमें मनमानी स्थानांतरण और पदस्थापनाएँ भी की गई हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

कांग्रेस के आरोपों के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं: नियमों की अनदेखी, युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में राज्य सरकार द्वारा निर्धारित नियमों और दिशानिर्देशों का खुला उल्लंघन किया गया है। पारदर्शिता का अभाव, स्थानांतरण और पदस्थापना सूचियों को सार्वजनिक करने में अनियमितता बरती गई, जिससे संदेह पैदा हुआ। राजनीतिक हस्तक्षेप: आरोप है कि कुछ शिक्षकों को भाजपा नेताओं के दबाव के कारण मनचाही जगह पर पदस्थापित किया गया, जबकि जरूरतमंद और दुर्गम क्षेत्रों में काम कर रहे शिक्षकों की अनदेखी की गई। रिक्त पदों की अनदेखी: कई विद्यालयों में छात्रों की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की संख्या कम या अधिक कर दी गई, जिससे कहीं तो शिक्षकों की कमी हो गई और कहीं वे आवश्यकता से अधिक हो गए। शिकायतों की अनदेखी: युक्तियुक्तकरण को लेकर शिक्षकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। आंकड़ों में धांधली की आशंका

हालांकि अभी तक जिला प्रशासन द्वारा आधिकारिक सुची के आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन जिला कांग्रेस कमेटी ने गंभीर मामले की लिखित जानकारी कलेक्टर को सौपी हैं। उनके अनुसार, प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि लगभग 30-40% युक्तियुक्तकरण पदस्थापनाएँ त्रुटिपूर्ण हो सकती हैं।

इसमें कई ऐसे मामले शामिल हैं जहाँ कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में अधिक शिक्षक हैं ,कई ऐसे स्कूल हैं जहाँ छात्रों की संख्या कम है, फिर भी वहाँ आवश्यकता से अधिक शिक्षको को पदस्थ कर दिया गया है, जिससे शिक्षकों का दुरुपयोग हो रहा है। अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में शिक्षकों की कमी वहीं, दूसरी ओर, अधिक छात्रों वाले स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी: कई दुर्गम और दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या में कमी की गई है, जिससे वहां के छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है।अनियमित स्थानांतरण: कुछ शिक्षकों का स्थानांतरण बिना किसी तर्कसंगत कारण के दूरदराज के स्थानों पर कर दिया गया, जबकि कुछ अन्य को उनके गृह नगर के पास ही पदस्थापना मिल गई। जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर से मांग की है कि इस पूरे मामले की गहन और निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही, जांच पूरी होने तक स्थानांतरित जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित‌ करने सरकार को जानकारी दी जाए ताकि जांच प्रक्रिया प्रभावित न हो। कलेक्टर दीपक सोनी ने जिला कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और यदि अनियमितताएँ पाई जाती हैं तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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