December 4, 2025

सतनामी समाज विकास परिषद ब्लाक बरमकेला का प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज में हुआ विलय।

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।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

सारंगढ़ बिलाईगढ़ 02 सितंबर 2025 । सतनामी समाज छत्तीसगढ़ को एक सूत्र में बांधने के उद्देश्य से पूरे छत्तीसगढ़ में प्रयास किया जा रहा है। इस कड़ी में प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य यादराम हिरवानी के प्रयास से सतनामी समाज विकास परिषद ब्लाक बरमकेला का विलय प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज में हो गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार 31 अगस्त 2025 को ब्लाक मुख्यालय बरमकेला के समीप ग्राम गोबरसिंगा में सतनामी समाज विकास परिषद ब्लाक बरमकेला की सम्मेलन आयोजित किया गया।जिसमें बतौर मुख्यातिथि के रूप में यादराम हिरवानी बिलाईगढ़ ने अपने उद्बोधन में बताया कि पूरे छत्तीसगढ़ में 146 विकासखंड है। जिसमें से 128 विकासखण्ड में सतनामी समाज निवास करते हैं तथा सभी विकासखंडों में हमारा संगठन सामाजिक क्षेत्रों में लोगों के विकास के लिए कार्य कर रहा है। जब प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज का गठन किया गया तब छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के लगभग लगभग 600 संगठन अपने अपने क्षेत्र में काम कर रहे थे। फिर सबसे मिलकर एक समाज एक संगठन सामाजिक एकीकरण के क्षेत्र में कार्य किए और सभी ने अपने अपने संगठन/समिति को प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज में विलय कर दिया।

हिरवानी ने कहा कि हमारा संगठन शिक्षा, रोजगार, साहित्य, संस्कृति, निर्माण बौद्धिक आदि क्षेत्रों में कार्य करता है। इसका ताजा उदाहरण है कि बाबा गुरु घासीदास जी के पावन धरा गिरौदपुरी धाम के शरहद पर तीन करोड़ रुपए की लागत से समाज के सहयोग से बनाए गए सतनाम धर्मशाला है । इसी तरह रायपुर में भी बहुउद्देशीय भवन बनाने की योजना पर काम चल रहा है जिसके लिए सहयोग राशि के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 01 करोड़ रुपए देने की घोषणा की हैं। इन्होंने आग्रह किया कि आप सभी हमारे साथ मिलकर समाज के विकास में सहयोग कीजिए ।एक साथ मिलकर काम करेंगे तब सबका भला होगा तो सबने हाथ उठाकर समर्थन किया और सहमति पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मनोज कुमार टंडन बिलाईगढ़, पुरषोत्तम हिरवानी बिलाईगढ़, सतनामी समाज विकास परिषद ब्लाक बरमकेला के अध्यक्ष परखीत , जगतराम निराला, तिलकराम, बंशीधर, अनिल कुमार जांगड़े, जयलाल सर, मुखीराम नारंग, राधेश्याम, सुखलाल, गज्जूदास मीरी , गोरादास मीरी, दयादास बंजारे, पण्डित राम, जदूदास, सूरज कुमार मी री , दशरथ, संजय कुमार कुर्रे , फ़गनी मिरी सहित सैकड़ों की संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता लोग उपस्थित थे।

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