December 5, 2025

पुरगांव सहकारी समिति ने किसानों के नाम लाखों रु लोन लेकर किसानों को बनाया कर्जदार। पीड़ित किसानों ने जनदर्शन में कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार। विभाग के नौकरशाह जिनका मासिक वेतन महज 30 से 40 हजार रुपए है वे हैं करोड़ों के आसामी,इनके करोड़ों के मकान चर्चा में है पढ़िए पूरी खबर,,,,,,,,,,,,।

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।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।

सारंगढ़ बिलाईगढ़ 26 सितम्बर 2025। सहकारी सेवा समिति पुरगांव में जवाबदेही द्वारा फर्जी तरीके से कूटरचना कर दर्जनों किसानों के नाम पर लाखों लोन लेकर आर्थिक गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है। समिति ने किसानों को बिना ऋण के कर्जदार बना दिया है जिससे किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इस मामले के उजागर होते ही पीड़ित किसानों में हड़कंप मच गया चूंकि किसानों ने लोन लिया ही नहीं है और खाते में ऋण लेने का बकाया रकम को जमा करने की जानकारी मिली तो इस कांड का भंडाफोड़ हो गया। सूत्रों के अनुसार समिति के जवाबदेही और भटगांव शाखा के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से यह घोटाला किया गया है चूंकि सहकारी समिति पुरगांव के प्रबंधक ने स्वीकृति के लिए प्रस्ताव लेटर आंचलिक मुख्य सहकारी शाखा कार्यालय भटगांव भेजा गया था यहां से स्वीकृति मिलने के बाद राशि आहरित हुई है। बताया जा रहा है घोटालेबाजों ने किसानों के जमीन के रकबे में वृद्धि कर यह कारनामा किया है।पीड़ित किसानों ने इसकी शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कर जल्द संबंधित जवाबदारों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।किसानों ने जनदर्शन में दिए मांग पत्र में कहा है कि 2022- 23 से लेकर 2024 – 25 तक सभी ऋण,रकबा और खातों की निष्पक्ष जांच हो, जिन अधिकारियों कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है उनके खिलाफ वित्तीय गबन और धोखाधड़ी का मामला दर्ज हो,किसानों को कर्ज से मुक्त करते हुए आर्थिक गड़बड़ी के मुआवजा दिए जाएं, किसानों को भविष्य में समय पर ऋण,खाद ,बीज उपलब्ध हो इसके लिए समिति की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाई जाएं। इस मामले में सारंगढ़ बिलाईगढ़ के जिला नोडल अधिकारी (सहकारिता) जी एन साहू ने बताया कि शिकायत मिली है मामले की जांच की जा रही है जांच उपरांत कार्यवाही की जाएगी। इधर सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में नियुक्त जांच अधिकारी लीपा पोती में लगे हुए हैं।कुछ सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि पैसे और पहुंच के बल पर सत्ता पक्ष के नेताओं द्वारा मामले को रफादफा कर दिया जाएगा।

विभाग में पदस्थ समिति प्रबंधकों, बी एम और सेल्समैन करोड़ों के हैं आसामी – 30 से 40 हजार मासिक वेतन वाले सहकारिता विभाग में कार्यरत जवाबदेहीयों और नौकरशाहों के मकान एक से डेढ़ करोड़ रु में निर्मित हुए हैं। इनके मकान को देखते ही आंखे चौंधिया जाएगी मकान विशेष कारीगरों के हाथों बेहद महंगे समान से निर्मित है।इनके मकान के अंदर प्रवेश करते ही आपको किसी राजा के महल में प्रवेश का अहसास होगा। सूत्र बताते हैं इन सहकारिता विभाग के नौकरशाहों ने सरकारी खजाना में हेराफेरी कर रकम बंटोरी है। यदि सभी केंद्रों की जांच की जाती है तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आयेंगे। इनके पास आय के अन्य साधन भी नहीं है इनकी आय से अधिक संपत्तियां जांच के दायरे में आ सकते हैं यदि जांच की जाती है तो आर्थिक अपराध के कई मामले खुलेंगे। ऐसे पुरगांव के सहकारी शाखा के ये घपले ने विभाग की पोल खोल दी है साथ ही अब हर शाखा,केंद्र जांच के दायरे में आ गए हैं।पुरगांव सहित सारंगढ़, बिलाईगढ़, बरमकेला,भटगांव, सरसीवा, कोसीर अंचल के किसानों ने शासन प्रशासन से ऐसे भ्रष्ट नौकरशाहों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है ताकि भविष्य में उनकी उपज समय पर बीके और खाते की रकम सुरक्षित रहे।

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