27 सितंबर को सामाजिक न्याय मोर्चा उत्तर प्रदेश द्वारा लखनऊ प्रेस क्लब में संघी मनुवादी फासीवाद के विरोध में किया सम्मेलन ।

।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।
लखनऊ 27 सितंबर 2025 । सामाजिक न्याय मोर्चा उत्तर प्रदेश द्वारा 27 सितंबर को लखनऊ प्रेस क्लब में संघी मनुवादी फासीवाद,धार्मिक कट्टरपंथ और अंधश्रद्धा विरोधी जन सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया । सम्मेलन में शिरकत कर रहे प्रतिनिधियों द्वारा सर्वसम्मति से लखनऊ घोषणापत्र पारित किया गया।एडवोकेट रमाशंकर भीम की पहल से एडवोकेट बसंत लाल के द्वारा लखनऊ घोषणापत्र को प्रस्ताव के रूप में रखा गया था।जिसके अनुसार संघी मनुवादी फासीवादी ताकतों द्वारा नफ़रत और विभाजन के बल पर बनाए जा रहे हिंदुराष्ट्र का प्रतिरोध ,क्रूर मनुस्मृति आधारित निर्मम जाति व्यवस्था का उन्मूलन तथा दलितों/ उत्पीड़ितों महिलाओं ,आदिवासियों, गरीब मेहनतकश जनता और अल्पसंख्यकों पर हो रहे दमन के खिलाफ उत्तर प्रदेश की जनता को संगठित होकर संघी मनुवादी फासीवाद के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने की अपील की गई।जन कन्वेंशन की अध्यक्षता प्रख्यात शिक्षाविद एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता प्रोफेसर रमेश दीक्षित ने की।अध्यक्षमंडल में एडवोकेट रमाशंकर भीम,भाकपा माले रेड स्टार के पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड तुहिन,एडवोकेट राम कृपाल, किसान नेता कामरेड धर्मपाल,समाजसेवी आर डी निर्मोही ,अखिल भारतीय क्रांतिकारी महिला संगठन AIRWO की राज्य संयोजक कॉमरेड अंजू,समाजसेवी विश्राम राज पासी शामिल थे।
सर्वप्रथम कॉमरेड कन्हैया (भाकपा माले रेड स्टार राज्य कमिटी सचिव) ने समस्त आमंत्रित प्रतिभागियों का स्वागत किया।तत्पश्चात सामाजिक न्याय मोर्चा उत्तर प्रदेश के संयोजक एडवोकेट रमाशंकर भीम ने लखनऊ में आयोजित जन कन्वेंशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।कॉमरेड तुहिन ने रेड स्टार द्वारा प्रकाशित” आर एस एस फासीवाद को समझना,उसका डटकर मुकाबला करना और उस पर विजय प्राप्त करना ” पुस्तक का विमोचन अध्यक्ष मंडल के सदस्यों ने करवाया।तथा इसी विषय पर अपना आधार वक्तव्य दिया।अन्य वक्ताओं में लेखिका तस्वीर नकवी,कॉमरेड ओ पी सिन्हा ( अध्यक्ष,वर्कर्स काउंसिल ऑफ इंडिया),कॉमरेड के पी यादव,अंबेडकरवादी चिंतक रामदास बाबूजी,समाजसेवी दिवाकर,समाजसेवी ज्वाला प्रसाद रावत,अंजलि कुमारी BAPSA विद्यार्थी संगठन ने अपनी बात रखी।लखनऊ के प्रख्यात जन गायक कॉमरेड रामफेर निराला और कॉमरेड अरविंद यादव कुशीनगर ने क्रांतिकारी जन गीत प्रस्तुत किया।सम्मेलन में गाज़ा में जनसंहार कर रहे आतंकवादी जियोनवादी इजरायल और उसके संरक्षक अमरीकी साम्राज्यवाद की घोर निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया।इस अवसर पर शहीद भगत सिंह जिनका जन्म दिवस 28 सितंबर है सहित तमाम क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई।सम्मेलन में लखनऊ सहित राज्य के हरदोई,बाराबंकी,बलिया,मुरादाबाद,बलिया,बनारस,गाजीपुर,कुशीनगर,देवरिया,सीतापुर,कानपुर आदि जिलों से वामपंथी और सामाजिक आंदोलन के साथियों ने बड़ी संख्या में शिरकत किया।वक्ताओं ने कहा कि 27 सितंबर 2025 को अपने स्थापना दिवस पर और अपने शताब्दी वर्ष में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी फासीवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर एस एस) , अपने बहुसंख्यकवादी अलगाववादी, सांप्रदायिक एजेंडे के आधार पर हिंदू राष्ट्र की स्थापना के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में उन्मादी अभियान चला रही है। आर एस एस का वैचारिक आधार है मनुवादी हिंदुत्व।जो कि देश और समाज के लिए घोर विनाशकारी है। देश की 85 फीसदी मेहनतकश जनता , जिनमें दलित/ उत्पीड़ित, आदिवासी ,महिला और अल्पसंख्यक समुदाय शामिल है को इस क्रूर मनुस्मृति आधारित हिंदुराष्ट्र में मानव का दर्जा नहीं दिया जाएगा ,ये बात दिन के उजाले की तरह स्पष्ट है।ऐसी अंधकारमय परिस्थिति में,हम उत्तर प्रदेश के जागरूक नागरिकगणों को,देश के संविधान,लोकतंत्र और इसके धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को बचाने के लिए आवाज उठानी है।साथ ही हमें समाज में व्याप्त क्रूर जाति व्यवस्था,धार्मिक पाखंड तथा अंधविश्वास के उन्मूलन और लैंगिक समानता व वैज्ञानिक चेतना युक्त समाज बनाने की लड़ाई को भी आगे के जाना है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में गरिमा भीम,श्रीमती पुष्पा भीम,कॉमरेड कैलाश,कॉमरेड राजेंद्र वनवासी ,साहबदीन,ऊषा देवी,माया सहित कई साथियों का विशेष योगदान रहा।कार्यक्रम का संचालन और आभार व्यक्त एडवोकेट रमाशंकर भीम ने किया।

संपादक सिद्धार्थ न्यूज़
