18 साल बाद भारतीय जनता पार्टी को याद आई भोंगा पाल स्थित तथागत गौतम बुद्ध की खंडित प्रतिमा – प्रदेश उपाध्यक्ष देवलाल सोनवंशी।

।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।
रायपुर 01 जून 2025 । बसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवलाल सोनवंशी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती ने छत्तीसगढ़ प्रांत में जैसे ही एक महार समाज की बेटी श्रीमती लता गेडाम को केंद्रीय कोऑर्डिनेटर एवं छत्तीसगढ़ ब.स.पा का प्रभारी बनाकर और खासकर दुर्ग और बस्तर जोन का इंचार्ज बनाया और पद ग्रहण करके श्रीमती लता गेडाम ने बस्तर संभाग के प्रत्येक जिले और विधानसभा में लगातार दौरा करके महामानव तथागत गौतम बुद्ध से लेकर तमाम महापुरुषों के जीवन संघर्ष को जनता के बीच रखने का कार्य किया जिससे भारतीय जनता पार्टी की नींद हराम हो गई। जिनके कारण जो बीजेपी छत्तीसगढ़ राज्य में 17-18 वर्ष शासन किया, तब तक बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा के भोंगापाल गांव में स्थित खंडित गौतम बुद्ध की प्रतिमा की सुध नही ली और वह प्रतिमा उपेक्षित पड़ी रही लेकिन उसकी याद बीजेपी को नहीं आई। बसपा के कार्यकर्ता कई बार जिला कार्यालय में ज्ञापन सौप कर इसकी सुरक्षा और संरक्षण की पहले से ही मांग करते ही रहते थे लेकिन भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
सोनवंशी ने आगे बताया कि आज जब वर्तमान में कुमारी मायावती के दिशा- निर्देशन में बस्तर संभाग में महार समाज की दशा और दिशा को समझने के लिए एवं उनके जाति संबंधी कई अधूरे कार्यों पर कार्य करने के लिए बस्तर संभाग में श्रीमती लता गेडाम की केंद्रीय कोऑर्डिनेटर के रूप में नियुक्ति हुई जिन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक,धार्मिक इतिहास को समझाने का लगातार प्रयास कर जागरूक किया। इस जागरूक समाज को दिगभ्रमित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नए एजेडा के रूप में माननीय मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री,सांसद,विधायक का दौरा भोंगा पाल में रखा गया है। हम उनका स्वागत करते हैं परंतु गौतम बुद्ध की विरासत को बिहार की तरह यहां भी किसी मनुवादी सोच के लोगों के हाथों ना सौपे। ब.स.पा प्रदेश उपाध्यक्ष देवलाल सोनवंशी ने आगे कहा कि गौतम बुद्ध के विचार एक क्रांतिकारी और सामाजिक परिवर्तन और समानता पर आधारित है और उनके विचार से कई युद्ध रुक गया है। यदि सचमुच बस्तर में शांति चाहते हैं तो बस्तर के मूल निवासियों के चौखट तक गौतम बुद्ध के वैचारिक क्रांति को हर घर तक पहुंचाने का काम करें ना कि भगवान मानकर मनुवादी संस्कृति को पुनः बस्तर में फैलाकर यहां के धार्मिक,सामाजिक माहौल को प्रदूषित ना करे और गौतम बुद्ध को गुरु मानकर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भारतीय संविधान का निर्माण किया। उस संविधान के साथ छेड़छाड़ ना करें ।

संपादक सिद्धार्थ न्यूज़