डॉ जी डी खरे ने एनेस्थिसियोलॉजी व क्रिटीकल केयर में जिले का मान बढ़ाया।

।। सिद्धार्थ न्यूज से नीलकांत खटकर।।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ 18 जून 2025 । जिला मुख्यालय से लगे ग्राम कोसीर निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक दुजेराम खरे के सबसे छोटे बेटे डॉ जी डी खरे की प्रारंभिक शिक्षा दुलदुला, जशपुरनगर से ततपश्चात इंटर की पढ़ाई मोना मॉडर्न स्कूल सारंगढ़ से हुई। अपने दूसरे ही प्रयास पर एमबीबीएस के अध्ययन हेतु पं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर के लिए चयनित हुए। तदोपरांत स्नातकोत्तर डिग्री के अध्ययन के लिए 2022 में देश के सर्वोच्च चिकित्सा शिक्षण संस्थान संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में एनेस्थीसियोलॉजी विभाग में चयन हुआ जहां डॉ जी डी खरे ने अध्ययन के दौरान विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन्स के समय मरीज को हर तरह से हैंडल करने का ज्ञान अर्जन किया साथ ही क्रिटीकल केयर मैनेजमेंट में भी महारत हासिल किए हुए हैं। तीन वर्ष के निश्चित अवधि में होने वाली परीक्षा में भी शानदार प्रदर्शन के साथ सफलता प्राप्त की है। अब वे पूरी तरह से अपने इस कार्य में पारंगत हो चुके हैं। ज्ञात हो कि इनकी हमसफ़र पत्नी डॉ सुधा खरे (एम बी बी एस), बड़े भैया डॉ के डी खरे (यूरोलॉजीस्ट, एंड्रोलॉजिस्ट, रीनल ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट, लैपरोस्कोपिक व रोबोटिक सर्जन), भाभी डॉ लीना खरे (गायनिकॉलजिस्ट व लैपरोस्कोपिक सर्जन) तथा सबसे बड़े भैया डॉ पी डी खरे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन – जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ में आर बी एस के (चिरायु) के जिला नोडल अधिकारी हैं।

संपादक सिद्धार्थ न्यूज़